आज के समय में डिजिटल मीडिया में पॉडकास्ट की लोकप्रियता काफी आगे बढ़ रही है। जिसके चलते लोग, पॉडकास्टिंग को सुनना पसंद कर रहे हैं और इस फील्ड को आजमाना चाहते हैं। पॉडकास्ट के जरिए आप अपनी नॉलेज और अपने एक्सपीरियंस को अपने ऑडियंस तक पहुंचा सकते हैं। आज के विषय “Podcast kya hai in hindi” है , यह कैसे काम करता है, इसी अच्छे से समझेंगे।
अगर आपके मन में भी इन सवालों का जवाब जानने की उत्सुकता है, तो आप इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें। इस लेख में, हम आपको पॉडकास्ट के बारे में सब कुछ बताएंगे, जैसे कि पॉडकास्ट क्या है, कैसे बनाएं, पॉडकास्ट का इतिहास, पॉडकास्ट के प्रकार, पॉडकास्ट के फायदे, पॉडकास्ट के उदाहरण, आदि।
पॉडकास्ट क्या है- (Podcast Kya Hai In Hindi)
अगर देखा जाए तो पॉडकास्ट शब्द की उत्पत्ति दो शब्दों से हुई हैं, पॉड और ब्रॉडकास्ट। इसमें POD का मतलब प्लेयेबल ऑन डिमांड है। इसका इस्तेमाल ब्लॉग और वेबसाइट पर भी आसानी से किया जा सकता है।
यह एक डिजिटल ऑडियो प्लेटफॉर्म होता है, इसके माध्यम से हम अपनी आवाज को ऑडियो फॉर्म में रिकॉर्ड करके अलग-अलग प्लेटफार्म पर अपलोड कर सकते हैं। इस तरह पॉडकास्टिंग करके अपनी आवाज को दुनिया भर के लोगों तक पहुंचा सकते हैं।
पॉडकास्ट ऑडियो और वीडियो एपिसोड की एक सीरीज होती है। पॉडकास्ट के इन एपिसोड को आप आसानी से स्मार्टफोन,आईपॉड, कंप्यूटर या कार में भी सुना सकते हैं। पॉडकास्ट बनाने और इसे इन्टरनेट पर अपलोड करने वाले व्यक्ति को पॉडकास्टर कहा जाता है।
कुछ पॉडकास्ट के पोपुलर उदाहरण हैं –
- Google Podcast
- Pocket FM
- Kuku FM
- Spotify Podcast
- Audible
- Anchor FM
पॉडकास्ट का इतिहास क्या है-
पॉडकास्ट शब्द की उत्पति 2004 में डेव विनर और एडम करी द्वारा की गई थी। इन्होंने एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया, जिसमें ऑडियो को किसी दूसरे डिवाइस में ट्रांसफर किया जा सकता है।
इस तकनीक की वजह से लोग किसी भी जगह पर आसानी से अपने पसंद के न्यूज या दूसरे प्रोग्राम की ऑडियो अपने डिवाइस पर सुन सकते हैं। Podcast के ये कुछ विषय हैं, जैसे- Health, Entertainment, Game’s, Education आदि।
पूरी दुनिया में, आज के समय में 1 बिलियन से भी ज्यादा लोग Podcast को सुनना पसंद करते हैं। अगर भारत में पॉडकास्ट सुनने वालों की संख्या की बात करें, तो 2023 के आंकड़े के अनुसार 176 मिलियन लोग पॉडकास्ट अपने डिवाइस में सुनते हैं।
पॉडकास्ट करने के क्या फ़ायदे हैं-
- पॉडकास्ट से अपने एक्सपीरियंस, नॉलेज और कंटेंट को ऑडियो में बनाकर लोगो तक पहुंचा सकते हैं।
- ज्यादा से ज्यादा ऑडियंस के साथ जुड़ सकते हैं और अपनी अलग पहचान बना सकते हैं।
- किसी भी प्रकार के डिवाइस (मोबाइल, लैपटॉप, आदि) में अपने पसंद का पॉडकास्ट सुन सकते हैं।
- इसके इस्तेमाल से आप अपना ब्रांड के नाम की अच्छी-खासी पहचान बना सकते हैं।
- अगर आप कहीं जा रहे हैं, तो ब्लॉग और विडीयो देखने के बजाय पॉडकास्ट ज्यादा बेहतर ऑप्शन हो सकता है।
- कहीं पर ट्रेवल करते हुए, पॉडकास्ट सुनकर किसी भी Topic पर जानकारी आसानी से ली जा सकती है।
पॉडकास्ट करने के क्या नुक्सान-
अगर पॉडकास्ट करने के फायदे हैं, तो इसके कुछ नुकसान भी हैं। जो इस प्रकार हैं-
- पॉडकास्ट रिकॉर्ड करने से पहले कंटेंट रिसर्च के साथ अच्छी प्रेजेंटेशन भी जरूरी होती है इसमें समय लग सकता है।
- पॉडकास्ट शुरू करने और सुनने के लिए इन्टरनेट की जरुरत पड़ती है।
- ऑडियंस बनाए रखने के लिए प्रतिदिन एंगेजिंग और अच्छा क्वालिटी कंटेंट पब्लिश करना पड़ता है। जो आपके लिए काफी चैलेंजिंग हो सकता है।
- पॉडकास्ट को शरू करने के लिए कुछ जरूरी चीज़ें चाहिए होती हैं, और इन पर कुछ खर्च हो सकता है। जैसे- एक अच्छा इन्टरनेट कनेक्शन, एक अच्छा Mic और एक एडिटिंग सॉफ्टवेर आदि।
- अपने पॉडकास्ट ब्रांड को आगे बढ़ाने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म का इस्तेमाल करना होता है। इस फील्ड को सीखते और समझते रहना होगा।
- अपने कंटेंट को कॉपीराइट जेसी समस्या से बचाना आपके लिए चुनौती साबित हो सकती है।
पॉडकास्ट कितने प्रकार के होते हैं-
पॉडकास्ट के 6 प्रकार के होते हैं, जिसमें ये सब शामिल हैं।
- Interview Podcast
- Narrative Podcast
- Educational Podcast
- Conversational podcasts
- Panel Podcast
- Solo Podcast
1. Interview Podcast
इंटरव्यू पॉडकास्ट में एक या अधिक व्यक्ति अतिथि को को आमंत्रित करते हैं पॉडकास्टर द्वारा हमेशा किसी चर्चित व्यक्ति को अतिथि के रूप में बुलाया जाता है। इंटरव्यू पॉडकास्ट के हर नए एपीसोड में एक नए अतिथि को आमंत्रित किया जाता है इस प्रकार के पॉडकास्ट में पॉडकास्टर अतिथि से उनके जीवन भर के अनुभव और विषय से संबंधित सवाल जवाब करता है
पॉडकास्टर हमेशा अतिथि से कुछ अनोखे सवाल करता है अतिथि भी उन सवालों के जवाब अपने एक्सपीरियंस से देते हैं जिससे ऑडियंस को भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है इस प्रकार के पॉडकास्ट काफी ज्यादा इनफॉरमेशनल और रोचक साबित हो सकते हैं
2. Narrative Podcast
Narrative यानी कथा, इसमें पॉडकास्टर अपनी आवाज में इतिहास या कहानी को सुनाता है। इस पॉडकास्ट को सुनने से लोगों को मनोरंजन के साथ किसी विषय पर नॉलेज और इतिहास से जुड़ी जानकारी से सीखने को मदद मिलती है।
3. Educational Podcast
यह पॉडकास्ट एजुकेशन से जुड़े होते हैं, जिनमें पॉडकास्टर Educational, Professional, Personal Development से जुड़े विषयों पर बात करता है। पॉडकास्ट शिक्षा से संबंधित अनुभव और विचारसांझा करके ऑडियंस को जागरुक करते हैं। इस प्रकार के पॉडकास्ट को सुनने से लोगों को अपने प्रति आत्मविश्वास, अपनी एबिलिटी और नए नए स्किल को सीखने में मदद मिलती है।
4. Conversational podcasts
इस प्रकार के पॉडकास्ट में पॉडकास्ट किसी विशेष विषय पर अतिथि से बातचीत करता हैऔर यह बातचीतमूल रूप से आम बातचीत की तरह होती है। जैसे आपने किसी रेडियो या Fm कार्यक्रम की बातचीत को सुना होगा।
5. Panel Podcast
जब एक से अधिक व्यक्ति एक जगह पर बैठकर किसी विशेष विषय पर बातचीत करते हैं, तो इस पैनल कहा जाता है। जैसे न्यूज़ चैनल में एक एंकर 6 या 7 लोगों के साथ किसी विशेष विषय पर चर्चा करता है। इस तरह के समूह को पैनल कहा जाता है।
इसी तरह के समूह में की गई चर्चा को हम पैनल पॉडकास्ट कह सकते हैं। पैनल पॉडकास्ट में एक से अधिक लोग होते हैं,जो एक निश्चित टॉपिक पर बातचीत करते हैं। ऐसे पॉडकास्ट लोगों को काफी पसंद भी आते हैं।
6. Solo Podcast
इस पॉडकास्ट में केवल एक ही पॉडकास्टर होता है। सोलो पॉडकास्ट में पॉडकास्ट अक्सर हर एपीसोड में एक याअधिक विषयों पर बातचीत करता है। पॉडकास्टर बातचीत को छोटे-छोटे बिंदुओं में ऑडियंस को बताता रहता है।
सबसे अच्छा हिंदी पॉडकास्ट प्लेटफार्म कौन सा है-
- Gaana (गाना)
- Khabri (खबरी)
- Hubhopper (हब हॉपर)
- Aawaz (आवाज)
पॉडकास्टिंग क्या है-
जिन ऑडियो प्लेटफार्म पर Podcast कंटेंट को सुना जाता है, उन्हें पॉडकास्टिंग कहते हैं। जिसमें Kuku FM, Pocket Fm और Spotify Podcast शामिल हैं।
पॉडकास्टिंग कैसे शुरू करें- (How to Start Podcasting)
पॉडकास्टिंग शुरू करना मुश्किल काम नहीं है, बस आपको इन सभी बातों को ध्यान में रखना है।
पॉडकास्टिंग होस्टिंग चुनें-
होस्टिंग, आपके रिकॉर्डेड पॉडकास्ट को इंटरनेट पर अपलोड करने का एक आसान जरिया है। इसीलिए पॉडकास्ट शुरू करने से पहले एक अच्छी होस्टिंग की जरूरत होती है।
रिकॉर्डेड पॉडकास्ट को इंटरनेट पर अपलोड करके उसे आगे भविष्य के लिए Save रखने और हेंडल करने के लिए होस्टिंग की अधिक आवश्यकता होती है। आप अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से कोई भी अच्छी होस्टिंग चुन सकते हैं।
जैसे –
- SoundCloud
- Podbean
- Buzzsprout
- Kuku FM
- Google Podcast
- Pocket FM
पॉडकास्ट के लिए केटेगरी चुनें-
पॉडकास्ट शुरू करने के लिए आपको एक ऐसी कैटेगरी का चुनाव करना होगा। जिसमें आपकी सबसे अधिक रुचि है। क्योंकि अगर आप अपनी रुचि के हिसाब से केटेगरी का चुनाव करते हैं, तो आप अपनी ऑडियंस को ज्यादा से ज्यादा कंटेंट प्रदान कर सकते हैं।
जिस तरह मेरी रुचि टेक्नोलॉजी में है, इसलिए मैं हमेशा इसी कैटेगरी पर कंटेंट लिखता रहता हूं। आपके इन पॉडकास्ट कैटेगरी में आपको रुचि ढूंड सकते हैं –
- इतिहास
- राज्यों का इतिहास
- राजनीति
- अर्थव्यवस्था
- संस्कृति
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- व्यापार
- फिल्मों का इतिहास
- खेल
- समाज
पॉडकास्ट के लिए एक नाम चुनें-
पॉडकास्ट शुरू करने से पहले आपको एक यूनिक नाम चुनना होगा। जो आपके टॉपिक या केटेगरी से मेल खाता होना चाहिए। पॉडकास्ट का नाम चुनते हुए यह ध्यान में रखना चाहिए, कि वह आपकी ऑडियंस को आकर्षित करेगा या नहीं। इसलिए नाम ऐसा होना चाहिए जो सुनते ही आपकी ऑडियंस को याद हो जाए।
पॉडकास्ट के Logo को बनाएं-
पॉडकास्ट बनाने के बाद आपको एक अट्रैक्टिव Logo बनाना जरूरी है। क्योंकि लोगों आपके पॉडकास्ट की पहचान होती है। अगर आपका पॉडकास्ट भविष्य में ऊंचाइयां प्राप्त करता है, तो आपका Logo एक ब्रांड बन जाएगा। इसलिए पॉडकास्ट का Logo आकर्षक होना चाहिए।
पॉडकास्ट रिकॉर्डिंग के लिए MIC चुनें-
पॉडकास्ट को ज्यादा अच्छा बनाने के लिए उसकी आवाज को हाई क्वालिटी पर रखना जरूरी होता है। क्योंकि सुनने वाले को पॉडकास्टर की आवाज साफ और क्लियर सुनाई देनी चाहिए। इसके लिए आपके पास एक अच्छा माइक जरूर होना चाहिए। आजकल मार्केट में बहुत सारे ऐसे माइक आसानी से मिल जाते हैं जिनमें बैकग्राउंड नॉइस कैंसिलेशन फीचर होता है।
पॉडकास्ट के लिए टॉपिक चुनें-
पॉडकास्ट भी ब्लॉगिंग करने जैसा ही है, ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें ऐसे टॉपिक्स का सिलेक्शन करना जरूरी होता है। जिसमें आप ज्यादा से ज्यादा कंटेंट पोस्ट कर सकें। इसलिए एक ऐसा टॉपिक चुनना चाहिए, जिसमें आपकी रुचि हो या किसी काम में आपका एक्सपीरिएंस है।
पॉडकास्ट के लिए एक Cover बनाएं-
पॉडकास्ट में बाकी सब चीज़े एक तरफ और पॉडकास्ट का कवर एक तरफ, क्यूंकि कवर में आपके पॉडकास्ट की एक छोटी सी प्रीकेप होता है। जिससे पॉडकास्ट सुनने वाले को आपके पॉडकास्ट में ज्यादा दिलचस्पी आती है, और आपके पॉडकास्ट ऑडियो को ज्यादा लिसनर मिलते हैं। इसलिए पॉडकास्ट को ज्यादा आकर्षित बनाने के लिए उसके Cover को आकर्षित बनाना जरूरी होता हैं।
पॉडकास्टिंग के लिए एडिटर सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन चुनें-
पॉडकास्ट को रिकॉर्ड और एडिट करने के लिए आपको एक अच्छे से सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन की आवश्यकता होती है। इसके उपयोग करके आप आसानी से पॉडकास्ट को रिकॉर्ड कर सकते हैं। एक ऐसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें जो आपकी आवाज की फ्रीक्वेंसी को कम ना करें और जिसमे बैकग्राउंड नॉइस कैंसिलेशन जैसे ऑप्शन भी मौजूद हो।
जैसे –
- Audacity
- GarageBand
- Anchor.fm
- Dolby audio
- Adobe Audition
निष्कर्ष- Podcast Kya Hai in Hindi
आज का पूरा लेख Podcast Kya Hai in Hindi पर है। जिसमें मैने आपको बताया है, कि पॉडकास्ट करने के क्या फ़ायदे हैं और पॉडकास्ट कैसे शुरू करें। आशा करता हूं, आपको यह लेख पसंद आया होगा। अगर आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल है तो अपने सवाल को कॉमेंट करें।